भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने ₹500 के नोट को लेकर एक बड़ा अपडेट जारी किया है। नए नियम के अनुसार, पुराने ₹500 के नोट अब सीधे मार्केट में इस्तेमाल नहीं किए जा सकेंगे। इन्हें आरबीआई की शाखा में जमा करना अनिवार्य होगा। यदि कोई व्यक्ति तय प्रक्रिया का पालन नहीं करता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
लेनदेन की सीमा तय
आरबीआई ने स्पष्ट किया है कि ₹500 के नोट में किए जाने वाले लेनदेन की अधिकतम सीमा अब ₹10,000 निर्धारित की गई है। इसका मतलब यह है कि यदि कोई व्यक्ति ₹500 के नोट में इससे अधिक का भुगतान करता है तो वह नियम का उल्लंघन माना जाएगा। इसके साथ ही हर भुगतान के समय नोट की जांच की जाएगी और यदि उसमें नकली नोट पाया जाता है तो तुरंत कानूनी कार्रवाई होगी।
₹500 के नोट जमा करने की प्रक्रिया
यदि आपके पास पुराने ₹500 के नोट हैं, तो उन्हें जमा करने के लिए पहले आरबीआई के डिजिटल एप के माध्यम से आवेदन करना होगा। आवेदन करने के बाद ही आप निर्धारित शाखा में जाकर अपने नोट जमा कर सकेंगे। यह प्रक्रिया पारदर्शिता और नकली नोटों पर नियंत्रण के लिए लागू की गई है।
नकली नोट रखने पर सख्त कार्रवाई
आरबीआई ने साफ कहा है कि 1 सितंबर 2025 के बाद यदि कोई व्यक्ति नकली नोट अपने पास रखता है या उसे चलाने की कोशिश करता है तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई होगी। इस कार्रवाई के तहत उसे जेल भी जाना पड़ सकता है और भारी जुर्माना भी देना पड़ सकता है। आरबीआई ने यह भी कहा है कि जल्द ही इस बारे में विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए जाएंगे ताकि आम जनता को किसी प्रकार की असुविधा न हो।
आम जनता पर असर
इस नियम का सीधा असर उन लोगों पर पड़ेगा जिनके पास ₹500 के पुराने नोट बड़ी मात्रा में जमा हैं। अब उन्हें तय समयसीमा के भीतर ही नोट जमा करने होंगे। साथ ही, दैनिक लेनदेन करने वालों को यह ध्यान रखना होगा कि ₹500 के नोट का इस्तेमाल केवल निर्धारित सीमा तक ही किया जा सकेगा।